दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि जिस तरह भाजपा लम्बे समय से संविधान पर प्रहार करके उसे कमजोर करने की कोशिश कर रही है उसी तरह आम आदमी पार्टी भी संविधान के अंतर्गत दलितों के अधिकारों को छीनने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की मेयर शैली ऑबराय ने तीसरे टर्म में दलित पार्षद का मेयर बनने के अधिकार को छीनकर जबरन 5 महीने से मेयर के पद पर अधिपत्य जमाए बैठी हैं। जबकि एमसीडी अधिनियम (धारा-35) में प्रावधान अनुसार 31 मार्च, 2024 को मेयर का कार्यकाल समाप्त होने के बाद दलित मेयर बनना था।
देवेन्द्र यादव ने कहा जब कांगेस दिल्ली की सत्ता में थी तब दलितों के उत्थान और कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की, जिनमें दलित पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा, उच्च शिक्षा, वजीफा आदि सुविधा देकर सशक्त बनाया जिसे केजरीवाल सरकार ने पूरी तरह से खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि दलितों के लिए कॉलेज/विश्विद्यालय के छात्रों के लिए मेरिट छात्रवृति के तहत 2013-14 में शीला सरकार ने 7163 छात्रों को लगभग 5.80 करोड़ रुपये दिए जो 2022-23 में घटकर केवल 1563 छात्रों को 1.61 करोड़ रह गए जो दिसम्बर 2023 तक 815 छात्रों को 74 लाख मिले थे। उन्होंने कहा कि पब्लिक स्कूल में एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक छात्रों के लिए ट्यूशन फीस की प्रतिपूर्ति 2022-23 में 28315 की तुलना में 2023-24 में घटकर 6860 हो गई है, जो पिछले वर्ष के अनुपात में एक चौथाई रह गई है। उन्होंने कहा कि शडूल कास्ट सब प्लान के अंतर्गत 2023-24 में 246 करोड़ का बजट आंवटित हुआ जिसमें दिसम्बर, 2023 तक सिर्फ 37.18 करोड़ खर्च हुआ जो आवंटित राशि का सिर्फ 15.11 प्रतिशत था। इसी तरह एससी/एसटी/ओबीसी छात्रों के लिए मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रतिभा योजना की राशि आधी रह गई। 2023-24 दिसम्बर, 23 तक 3599 छात्रों के लिए 1.56 करोड़ रह गई जबकि 2023 में 15491 छात्रों के लिए 11.23 करोड़ थी। विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तिय सहायता के रुप में दलित छात्रां को मिलने वाली ट्यूटशन फीस की प्रतिपूर्ति में भी केजरीवाल सरकार ने भारी कटौती की है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी जी की भाजपा की तानाशाह सरकार के खिलाफ और संविधान को बचाने की लड़ाई से प्रेरित होकर दूसरे दलों के नेता लगातार कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे है। इसी कड़ी में कल आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और कुछ समय पहले एक और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री भी आम आदमी पार्टी छोड़ चुके है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में दलितों का विश्वास खत्म हो गया है क्योंकि पिछले 11 वर्षों में दलित समाज का हमेशा शोषण किया है, जबकि आप पार्टी ने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सिर्फ दलितों को वोट बैंक के रुप में इस्तेमाल किया है। उनसे किया गया एक भी वायदा आज तक नही निभाया है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो संविधान को बचाने की बात करती है और दलितों, पिछड़ों, वंचितों को बचाने और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है। देवेन्द्र यादव ने कहा कि आप पार्टी के शासन में शोषित, वंचित वर्गों के कल्याण की योजनाओं के बजट में लगातार कटौती की जा रही है और दलित समाज के कल्याण और दलित छात्रों के विकास और सुविधाओं के लिए जो बड़े-बड़े वायदे किए थे वो सिर्फ घोषणा बनकर रह गए।