- ‘एक पेड़ माँ के नाम’ – माँ और प्रकृति को समर्पित हरियाली का संकल्प
- जल संरक्षण और जलवायु संतुलन के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत – डॉ. पंकज कुमार सिंह
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के कुशल नेतृत्व में दिल्ली सरकार पर्यावरण संरक्षण और सस्टेनेबल अर्बन डेवलपमेंट को प्राथमिकता दे रही है। इसी क्रम में विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर दिल्ली के स्वास्थ्य, परिवहन एवं आईटी मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत नरैना विहार स्थित दिल्ली जल बोर्ड/जिंदल वॉटर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (JWIL) कार्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
यह पौधरोपण कार्यक्रम चंद्रावल जल आपूर्ति सुधार परियोजना – पैकेज II के तहत आयोजित किया गया। दिल्ली जल बोर्ड, JWIL और उम्मीद फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजन जल संरक्षण, हरियाली बढ़ाने और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से किया गया। कार्यक्रम के दौरान पौधारोपण, सफाई अभियान और ‘जल मित्र’ पहल से प्रेरित वाल पेंटिंग का अनावरण किया गया।
इस दौरान जल मित्रों के योगदान की सराहना भी की गई, जो इलाके में पाइपलाइन लीकेज पकड़ने, लोगों को वैध जल कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करने, हेल्पलाइन नंबर के प्रचार और डिजिटल सेवाओं की जानकारी देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
पौधारोपण कार्यक्रम में माननीय मंत्री जी के साथ JWIL के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अतुल जैन, प्रोजेक्ट मैनेजर विपिन यादव, उम्मीद फाउंडेशन की अध्यक्ष रेनू, दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी, आरडब्ल्यूए सदस्य, जल मित्र और कई वालंटियर्स ने भाग लिया।
यह आयोजन देशव्यापी पर्यावरण दिवस कार्यक्रमों का हिस्सा रहा, जिसमें माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में अरावली ग्रीन वॉल परियोजना के तहत पौधा लगाकर पर्यावरण संतुलन और वनों के पुनरोद्धार का संदेश दिया। उन्होंने इस अवसर पर दिल्ली में 200 इलेक्ट्रिक DEVI बसों को हरी झंडी दिखाकर स्वच्छ, आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल शहरी परिवहन को नई दिशा दी।
इस अवसर पर डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा, “दिल्ली को पूरे देश के लिए मिसाल बनना होगा। जो आज पेड़ लगाएंगे और पानी बचाएंगे, वही आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित बनाएंगे। ऐसे अभियान हमारी सरकार की ग्रीन और सस्टेनेबल राजधानी की सोच को दर्शाता हैं।”
विश्व पर्यावरण दिवस के इस आयोजन के माध्यम से दिल्ली सरकार ने पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक भागीदारी और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर एक बार दोहराया है।