नजफगढ़ नाले को साफ़ करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है केजरीवाल सरकार

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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नजफगढ़ ड्रेन की सफाई के लिए गठित उच्चाधिकारियों की कमेटी के साथ की समीक्षा बैठक, अधिकारीयों से 1-1 प्रोजेक्ट का लिया डिटेल्ड रिव्यु

नजफगढ़ नाले में तेजी से चल रहा डी-सिल्टिंग का कार्य, डी-सिल्टिंग के पहले चरण में 2023 में मानसून से पहले तक नजफगढ़ ड्रेन से निकाला जाएगा 10 लाख क्यूबिक मीटर गाद-मनीष सिसोदिया

डी-सिल्टिंग के कार्य में होगा अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल, सरकार ने मशीनों के प्रोक्योरमेंट के लिए 68 करोड़ रूपये की परियोजना को मंजूरी दी

नजफगढ़ नाले के दोनों ओर छावला से बसईदारापुर के बीच 616 करोड़ रूपये की लागत से 59 किमी की डबल लेन सड़क बनवाएगी केजरीवाल सरकार-मनीष सिसोदिया

59 किमी का यह प्रस्तावित रोड बसईदारापुर में इनर-रिंग रोड, केशवपुर में आउटर रिंग रोड, विकासपुरी में पंखा रोड, ककरोला में नजफगढ़ रोड तथा द्वारका एक्सप्रेस-वे व एयरपोर्ट जाने के लिए कई महत्वपूर्ण सड़कों से लिंक होगा

केजरीवाल सरकार ककरोला में 10 एकड़ के क्षेत्र में बनाएगी शानदार स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स-मनीष सिसोदिया

यमुना को प्रदुषण मुक्त बनाने के लिए नजफगढ़ नाले का यमुना में गिरने से पहले उसे पूरी तरह ट्रीट करना बेहद जरुरी-मनीष सिसोदिया

मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी ने कहा है कि 2025 के चुनाव से पहले यमुना साफ़ होगी तो यमुना जरुर साफ़ होगी,इस दिशा में सरकार के विभिन्न विभाग तेजी से काम कर रहे है-मनीष सिसोदिया

यमुना को साफ़ करने के क्रम में केजरीवाल सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है| इस क्रम में नजफगढ़ नाले की सफाई सरकार की प्राथमिकता है| इसके मद्देनजर शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नजफगढ़ ड्रेन की सफाई के लिए गठित उच्चाधिकारियों की कमेटी के साथ समीक्षा बैठक की और नजफगढ़ नाले के प्रदुषण को ख़त्म करने के लिए बनाये गये 1-1 प्रोजेक्ट कि गहनता से समीक्षा की| इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना को प्रदुषण मुक्त बनाना दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है| मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी ने कहा है कि 2025 के चुनाव से पहले यमुना साफ़ होगी तो यमुना जरुर साफ़ होगी| इस दिशा में सरकार के विभिन्न विभाग तेजी से काम कर रहे है|

बैठक में उपमुख्यमंत्री ने पहले फेज में नजफगढ़ नाले की डी-सिल्टिंग के कार्यों के प्रगति की समीक्षा की| अधिकारीयों ने बताया कि वर्तमान में नजफगढ़ ड्रेन में लगभग 8 मिलियन क्यूबिक मीटर गाद इकठ्ठा हो गया है। अधिकारीयों ने बताया कि पहले चरण में नाले से 10 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट निकालने का काम युद्धस्तर पर जारी है और मानसून से पहले ये कार्य पूरा भो जायेगा| डी-सिल्टिंग के बाद नाले का प्रवाह बेहतर होगा और पानी के न रुकने से मच्छरजनित बिमारियों भी नहीं पनप सकेंगे| बैठक में नजफगढ़ नाले के दोनों ओर छावला से बसईदारापुर के बीच 59 किमी सड़क बनाने के परियोजना पर भी समीक्षा की गई| इस परियोजना को डिस्कशन फेज में मंजूरी दी जा चुकी है| लगभग 616 करोड़ रूपये की लागत के इस प्रोजेक्ट से पंजाबी बाग़, पश्चिम विहार, निलोठी, बापरोला, ककरोला, नजफगढ़, द्वारका, विकासपुरी, उत्तम नगर, जनकपुरी, छावला सहित यहाँ की सैकड़ों कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा और उन्हें ट्रैफिक से निजात मिलेगा|

डी-सिल्टिंग के पहले चरण में 2023 में मानसून से पहले तक नजफगढ़ ड्रेन से निकाला जाएगा 10 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट, डी-सिल्टिंग का कार्य तेजी से जारी

समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारीयों ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि नजफगढ़ ड्रेन में गाद के जमा होने का कारण मिक्सड अनट्रीटेड सीवर, इंडस्ट्रीज का दूषित पानी, पशुओं का गोबर व सॉलिड वेस्ट है। वर्तमान में नजफगढ़ ड्रेन में लगभग 8 मिलियन क्यूबिक मीटर गाद इकठ्ठा हो गया है। अधिकारीयों ने बताया कि पहले चरण में नाले से 10 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट निकालने की परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है और उस दिशा में युद्धस्तर पर काम चल रहा है| और पहले चरण में डी-सिल्टिंग का कार्य मानसून से पहले पूरा हो जायेगा|

वर्तमान में नजफगढ़ नाले के 5 स्ट्रेच पर डी-सिल्टिंग का काम जारी है| जिसमें मानसून से पहले तक आउटर रिंग रोड से ख़याला ब्रिज के स्ट्रेच के बीच 1.5 लाख क्यूबिक मीटर, बसईदारापुर ब्रिज से तिमारपुर ब्रिज के बीच 1 लाख क्यूबिक मीटर,झटीकरा स्ट्रेच से 3.5 लाख क्यूबिक मीटर, ख्याला से बसईदारापुर व रोन्होला स्ट्रेच से 3 लाख क्यूबिक मीटर व् अन्य एक स्ट्रेच से 1 लाख क्यूबिक मीटर सिल्ट निकालने का काम किया जायेगा|

इस परियोजना के तहत नजफगढ़ ड्रेन में दो स्थानों पर बने 2 हम्प (टीलों) को साफ किया जाएगा। इससे नजफगढ़ ड्रेन में पानी की बहाव बेहतर होगा साथ ही मच्छरों का प्रकोप कम होगा, जिससे जनता को मच्छरजनित बिमारियों से राहत मिलेगी। खास बात यह है कि हम्प को हटाने के बाद पहले की तुलना में ज्यादा जल्द पानी का डिस्चार्ज यमुना में पहुंचेगा और पानी का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित होगा व जनता को बैकफ्लो की समस्या से भी राहत मिलेगी।

डी-सिल्टिंग के कार्य में होगा अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल, सरकार ने 68 करोड़ रूपये जारी किए

डी-सिल्टिंग के कार्य में वर्तमान में बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग अपनी मौजूदा मशीनों का इस्तेमाल कर रही है| डी-सिल्टिंग की गति को बढाने के लिए सरकार ने 68 करोड़ रूपये जारी किए है| इसके तहत 10 अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जायेगा| इन मशीनों में एम्फीबियस एक्सकेवेटर, मल्टीपर्पस ड्रेजर, वीड हार्वेस्टर शामिल है|

नजफगढ़ नाले के दोनों ओर छावला से बसईदारापुर के बीच 59 किमी सड़क बनवाएगी केजरीवाल सरकार

बैठक में छावला से बसईदारापुर के बीच नजफगढ़ नाले के दोनों ओर 2-2 लेन की 59 किमी सड़क बनाने के प्रोजेक्ट की भी समीक्षा हुई| इस परियोजना को डिस्कशन फेज में मंजूरी दी जा चुकी है| और जल्द ही इसपर काम शुरू हो जायेगा| लगभग 616 करोड़ रूपये की लागत के इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद पंजाबी बाग़, पश्चिम विहार, निलोठी, बापरोला, ककरोला, नजफगढ़, द्वारका, विकासपुरी, उत्तम नगर, जनकपुरी, छावला सहित यहाँ की सैकड़ों कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा और उन्हें ट्रैफिक से निजात मिलेगा|

59 किमी का यह प्रस्तावित रोड बसईदारापुर में इनर-रिंग रोड, केशवपुर में आउटर रिंग रोड, विकासपुरी में पंखा रोड, ककरोला में नजफगढ़ रोड तथा द्वारका एक्सप्रेस-वे व एअरपोर्ट जाने के लिए कई महत्वपूर्ण सड़कों से लिंक होगा| इससे दिल्ली तथा एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा मिलेगा|

दिल्ली जल बोर्ड अपने विभिन्न एसटीपी व डीएसटीपी के माध्यम से नजफगढ़ नाले में गिरने वाले दर्जनों नालों के पानी को ट्रीट कर रही है

बैठक में अधिकारीयों ने बताया कि नजफगढ़ नाले में गिरने वाले 32 नाले जो कुल प्रदुषण में 44% के हिस्सेदार है,दिल्ली जलबोर्ड अपने विभिन्न एसटीपी के माध्यम से इन्हें नजफगढ़ नाले में गिरने से पहले ट्रीट कर रही है| इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड ने अपने एसटीपी को अपग्रेड करने व उनकी क्षमता बढाने का काम कर रही है| और 1 से 1.5 साल के भीतर इन सभी एसटीपी के अपग्रेडेशन का काम पूरा हो जायेगा|

साथ ही नजफगढ़ नाले में गिरने वाले 52 ऐसे छोटे नाले है जो कुल प्रदुषण में 20% के भागीदार है| दिल्ली जल बोर्ड इसके लिए बड़ी संख्या में डी-सेंट्रलाइज्ड एसटीपी का निर्माण करवा रही है जिसके माध्यम से इन नालों को नजफगढ़ नाले में मिलने से पहले उनके पानी को पूरी तरह ट्रीट किया जा सकें| ये नाले अपने साथ मूलतः विभिन्न अनधिकृत कॉलोनियों के अपशिष्ट को ढोते है| दिल्ली सरकार इसे रोकने के लिए दिल्ली भर कि अनाधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन डलवाने का काम कर रही है और दिल्ली भर के सीवर नेटवर्क को इम्प्रूव कर रही है| इसके लिए अगले साल के अंत तक सभी अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन डालने का टारगेट रखा गया है|

पीडब्ल्यूडी द्वारा भी अपने नालों की डी-सिल्टिंग करवाई जा रही है| ताकि इन सप्लीमेंट्री नालों की गाद नजफगढ़ नाले में न जा सकें| साथ ही पीडब्ल्यूडी नजफगढ़ नाले पर बने विभिन्न पुलों को भी रिपेयर करने का काम कर रही है|

दिल्ली सरकार का वन विभग भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हरितमा काम्प्लेक्स नेचर इंटरप्रेटेशन सेंटर बना रही है, साथ ही विपिन गार्डन व ककरोला स्थित बायो-डाइवर्सिटी पार्क के पुनर्विकास का कार्य किया जायेगा| केजरीवाल सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा भी नजफ़गढ़ नाले में जलपरिवहन के साधन विकसित किए जा रहे है| साथ ही इसे बोटिंग के लिए भी विकसित किया जायेगा|

बता दे कि 27 किमी कि इस सड़क के साथ यहाँ पैदल चलने वालो के लिए शानदार ट्रैक व साइकिल ट्रैक का निर्माण भी किया जायेगा| सड़क के दोनों ओर हरियाली का भी ध्यान रखा जायेगा और विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे लगाये जायेंगे|

केजरीवाल सरकार ककरोला में बनाएगी शानदार स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स

केजरीवाल सरकार ककरोला में 10 एकड़ की भूमि पर 43 करोड़ रूपये की लागत से स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का निर्माण करवाएगी, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज इस प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की| ककरोला में बनाए जाने वाले इस स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में फुटबॉल व क्रिकेट का ग्राउंड, बैडमिंटन कोर्ट, बास्केट बल कोर्ट, स्विमिंग पूल व जॉगिंग ट्रैक बनाए जायेंगे| इस आउटडोर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के माध्यम से आस-पास के इलाके के युवाओं को यहाँ की विश्वस्तरीय सुविधाओं का इस्तेमाल करते हुए ट्रेनिंग करने का मौका मिलेगा|

बता दें कि नजफगढ़ नाला दरअसल साहिबी नदी है। राजधानी में पिछले कुछ दशकों के दौरान साहिबी नदी की पहचान नजफगढ़ नाले के तौर पर हो गई है। साहिबी नदी राजस्थान से शुरू होकर नजफगढ़ से होते हुए सीधे यमुना में जाती थी।अब केजरीवाल सरकार ने इस नाले को वापस साहिबी नदी के तौर पर पहचान दिलाने के प्रयास शुरू किए हैं। ढांसा से यमुना में प्रवेश करने वाली नजफगढ़ ड्रेन करीब 57 किमी लंबी है। इसमें ढांसा से छावला तक 18 किलो मीटर का ग्रामीण स्ट्रेच है, इसके बाद ये अर्बन स्ट्रेच में पहुंचती है। दिल्ली में बहने वाले कुल 126 नालों में 3 नाले नजफगढ़ नाले में आकर मिलते है और इसकी नजफगढ़ नाले के कुल प्रदुषण में 36 फीसदी कि हिस्सेदारी होती है

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