- हमने दिल्लीवालों से वादा किया था कि दिल्ली में मौजूद कूड़े के पहाड़ हटाएंगे, इस काम में हम दिन-रात लगे हुए हैं- अरविंद केजरीवाल
- भलस्वा लैंडफिल साइट से निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा गति से कूड़ा हटाया जा रहा है- अरविंद केजरीवाल
- सितंबर तक साइट से तय लक्ष्य 14 लाख टन के बजाय 18 लाख टन कूड़ा हटाया जा चुका है- अरविंद केजरीवाल
- 15 मई 2024 तक साइट से निर्धारित लक्ष्य 30 लाख टन के बजाय 45 लाख टन कूड़ा कम होने की उम्मीद है- अरविंद केजरीवाल
- भलस्वा लैंडफिल साइट पर रोजाना दो हजार टन नया कूड़ा आ रहा है, इसके निस्तारण के लिए एक और एजेंसी हायर की जा रही है- अरविंद केजरीवाल
- मई 2024 तक 45 लाख टन कूड़ा साफ होने के बाद भलस्वा लैंडफिल साइट पर उपयोग के लिए 35 एकड़ जमीन खाली हो जाएगी- अरविंद केजरीवाल
- दिल्ली की दूसरी लैंडफिल साइट्स पर भी काम तेज़ी से चल रहा है, अगले हफ़्ते मैं वहां का दौरा करूंगा- अरविंद केजरीवाल
दिल्लीवालों को बहुत जल्द तीनों कूड़े के पहाड़ों से मुक्ति मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। एमसीडी में ‘‘आप’’ की सरकार आने के बाद से लैंडफिल साइट से कूड़ा खत्म करने के काम में काफी तेजी आई है और तय लक्ष्य से अधिक गति से कूड़ा हटाया जा रहा है। शनिवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा कर कार्य प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने पाया कि भलस्वा लैंडफिल साइट से तय लक्ष्य से अधिक गति से कूड़ा हटाया जा रहा है।
इस पर खुशी व्यक्त करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्लीवालों से वादा किया था कि दिल्ली में मौजूद कूड़े के पहाड़ हटाएंगे। इस काम में हम दिन-रात लगे हुए हैं। भलस्वा लैंडफिल साइट से 30 सिंतबर तक 14 लाख टन कूड़ा हटाने का टारगेट रखा गया था। यह खुशी की बात है कि एजेंसी ने तय लक्ष्य से अधिक 18 लाख टन कूड़ा हटा दिया है। जिस तेजी के साथ भलस्वा से कूड़ा हटाने का कार्य चल रहा है, इससे उम्मीद है कि 15 मई 2024 तक यहां से निर्धारित लक्ष्य 30 लाख टन के बजाय 45 लाख टन कूड़ा कम हो जाएगा। इस अवसर पर एमसीडी की मेयर डॉ. शौली ओबरॉय, एमसीडी प्रभारी एवं विधायक दुर्गेश पाठक, डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल और नेता सदन मुकेश गोयल समेत एमसीडी के वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे।
भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा कर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले साल मध्य नवंबर से भलस्वा लैंडफिल साइट से कूड़ा साफ करने का काम शुरू हुआ था। लक्ष्य रखा गया था कि अगले 18 महीने के अंदर भलस्वा लैंडफिल साइट से लगभग 30 लाख टन कूड़ा कम किया जाएगा। 30 सितंबर 2023 तक लगभग 14 लाख टन कूड़ा कम करने का लक्ष्य रखा गया था। मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि लक्ष्य से कहीं अधिक गति से कूड़ा साफ करने का काम चल रहा है। 30 सितंबर तक 14 लाख टन कूड़ा हटाने का न केवल लक्ष्य पूरा किया गया है, बल्कि लक्ष्य से अधिक कूड़ा हटाया जा चुका है। सितंबर तक भलस्वा लैंडफिल साइट से तय लक्ष्य 14 लाख टन के बजाय 18 लाख टन कूड़ा कम किया जा चुका है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कूड़ा हटाने का काम कर रही एजेंसी को 15 मई 2024 तक 30 लाख टन कूड़ा कम करने का लक्ष्य दिया गया है। जिस गति से एजेंसी काम कर रही है, इससे उम्मीद की जा रही है कि 15 मई 2024 तक 30 लाख टन के बजाय 45 लाख टन कूड़ा कम हो जाएगा। बताया जा रहा है कि भलस्वा लैंडफिल साइट पर करीब 60 से 65 लाख टन कूड़ा है। इसके अलावा इस लैंडफिल साइट पर प्रतिदिन 2 हजार टन नया कूड़ा भी आ रहा है। इसके लिए एक और एजेंसी हायर करने की प्रक्रिया चल रही है, ताकि दोनों एजेंसी मिल कर भलस्वा लैंडफिल साइट से सारा कूड़ा साफ कर सके।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि मौजूदा एजेंसी जब अगले साल 15 मई तक 45 लाख टन कूड़ा साफ कर लेगी तब यहां पर 35 एकड़ जमीन खाली हो जाएगी। जब सारा कूड़ा साफ हो जाएगा, तो यहां पर काफी जमीन खाली हो जाएगी। भलस्वा लैंडफिल साइट के बगल से गुजर रही सड़क से पंजाब और हरियाणा से लोग दिल्ली आते हैं। दिल्ली में प्रवेश करते ही उनको कूड़े का पहाड़ दिखाई देता था। ये कूड़े का पहाड साफ हो जाएगा तो इस जमीन का कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। तय टारगेट से अधिक गति से कूड़ा हटाने का काम रही एजेंसी और एमसीडी के इंजीनियर बधाई के पात्र हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 15 मई 2024 तक 45 लाख टन कूड़ा हटाने के बाद जो कूड़ा बचेगा, उसके लिए दूसरी एजेंसी हायर की जा रही है। इसकी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। एमसीडी में अभी स्टैंडिंग कमेटी अस्तित्व में नहीं है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश आएगा, उसके बाद स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव होंगे। स्टैंडिंग कमेटी के बिना सिफारिश के टेंडर नहीं किया जा सकता है। इसलिए यह कानूनी प्रक्रिया में फंसा हुआ है। इसका कुछ समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है। भलस्वा लैंडफिल साइट की कुल 72 एकड़ जमीन है। 45 टन कूड़ा हटाने के बाद करीब 35 एकड़ जमीन खाली हो जाएगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हमने दिल्ली के लोगों से वादा किया था कि दिल्ली में मौजूद कूड़े के पहाड़ हटाएंगे। इस काम में हम दिन-रात लगे हुए हैं। आज मैंने खुद भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा किया। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि ये काम अपने तय लक्ष्य से भी तेज़ गति से चल रहा है। लक्ष्य के मुताबिक, हमें आज तक यहां से 14 लाख टन कूड़ा हटाना था, हम अभी तक 18 लाख टन कूड़ा हटा चुके हैं। लक्ष्य के मुताबिक़ हमें मई 2024 तक 30 लाख टन कूड़ा हटाना है, जबकि तब तक हम 45 लाख टन कूड़ा हटा देंगे। इसके हटने से यहां 35 एकड़ ज़मीन फ्री हो जाएगी। पर यहां टोटल 65 लाख टन कूड़ा है। इस काम के लिए थोड़े दिन बाद एक दूसरी एजेंसी को भी लेकर आ रहे हैं। दिल्ली की दूसरी लैंडफिल साइट्स पर भी काम तेज़ी से चल रहा है। अगले हफ़्ते मैं वहां का दौरा करूंगा।’’
दिल्ली को समय से पहले कूड़े के पहाड़ों से मुक्ति मिल जाएगी- डॉ. शैली ओबरॉय
वहीं, दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में तेजी से कूड़े के पहाड़ों का निस्तारण हो रहा है। दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से जल्द मुक्ति मिलेगी। इसके लिए अतिरिक्त एजेंसी नियुक्त करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। दिल्ली को समय से पहले कूड़े के पहाड़ों से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के पिछली बार निरीक्षण के बाद से भलस्वा लैंडफिल साइट पर कूड़े का निस्तारण काफी तेज हो गया है। भलस्वा लैंडफिल साइट अब काफी खाली-खाली नजर आने लगी है। दिल्ली को कूड़ा मुक्त करने का सपना जल्द साकार होगा।