दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने कॉलेजों के साथ मिलकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में एक राष्ट्रव्यापी अभियान “एक तारीख-एक घंटा-एक साथ” में भाग लिया और ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम के तहत साफ़ाई अभियान का आयोजन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमिता विभाग, भारत सरकार द्वारा एक अक्टूबर को सुबह 10:00 बजे विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में दो स्थानों, जी सी नारंग मार्ग और पटेल चेस्ट पर सफाई अभियान चलाया गया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर देश के सभी नागरिकों से मलिन बस्तियों, पार्कों, झीलों जैसे सार्वजनिक स्थानों की सफाई में भाग लेने का आह्वान किया गया था जिसको अपनाते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस स्वच्छता अभियान का आयोजन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने खुद झाड़ू के साथ सफाई की और एकत्रित कूड़े-कचरे को अपने हाथों से संग्रहीत करने में भी सहयोग दिया।
स्वच्छता के लिए श्रमदान का नेतृत्व माननीय मंत्री ने किया, जिसमें शिक्षा मंत्रालय के 25 वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिनमें उच्च शिक्षा सचिव संजय मूर्ति और दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति और डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी शामिल थे। इस अवसर पर दक्षिणी दिल्ली परिसर के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह, रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता, प्रॉक्टर प्रो। रजनी अब्बी, कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर बिपिन तिवारी, कॉलेजों के प्राचार्य, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. ए के भागी और उनकी डूटा पदाधिकारियों की टीम, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष तुषार डेढ़ा और डूसू पदाधिकारी, शिक्षक, विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थी और विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कर्मचारियों की टीम, विश्वविद्यालय समुदाय के साथ-साथ विश्वविद्यालय क्षेत्र के स्थानीय लोग भी भारी संख्या में इस अभियान में शामिल हुए।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने स्वयं सफाई करके उदाहरण पेश करते हुए विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्वच्छता पखवाड़ा से अलग भी इस परंपरा को जारी रखने व ‘स्वच्छता ही सेवा’ की सच्ची भावना के साथ प्रधान मंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान को बनाए रखने के लिए भी प्रेरित किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में डॉक्टरों से भी बातचीत की और उनसे भारत में स्वच्छता का अगुआ बनने का वादा लिया। एक घंटे तक चले इस अभियान के परिणामस्वरूप दोनों स्थलों की गहन सफाई हुई।