यह बात जग जाहिर हो चुकी है कि तथाकथित शराब घोटाले के आरोपियों से भाजपा ने करोड़ों रुपए चंदा लिया : सौरभ भारद्वाज

Listen to this article

*बहुत सी चंदा देने वाली कंपनियों पर भाजपा शासित किसी न किसी एजेंसी की जांच चल रही है : सौरभ भारद्वाज

*इन जांचों के चलते इन कंपनियों ने भारतीय जनता पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में करोड़ों रुपए चंदा दिया : सौरभ भारद्वाज

*तथाकथित शराब घोटाले के मुख्य आरोपी पी शरद चंद्र रेड्डी की कंपनी ने भी भाजपा को करोड़ों रुपए का चंदा दिया : सौरभ भारद्वाज

*चंदा लेकर भाजपा शासित केंद्र सरकार ने घोटाले के आरोपियों को गवाह बना लिया : सौरभ भारद्वाज

*भाजपा द्वारा शराब घोटाले के आरोपियों से करोड़ों रुपए चंदा लेने की जांच केंद्र सरकार कब करवाएगी : सौरभ भारद्वाज

पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि इलेक्टोरल बांड के माध्यम से किस-किस कंपनी ने भारतीय जनता पार्टी को कितना-कितना चंदा दिया आज यह बाद जग जाहिर हो चुकी है I उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से हजारों करोड़ रुपये भारतीय जनता पार्टी को मिले हैं, परंतु इसमें महत्वपूर्ण बात यह है, कि इस पूरे चंदे में भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ी रकम उन कंपनियों से मिली है, जिन कंपनियों पर किसी न किसी मामले में केंद्र शासित एजेंसीयों द्वारा जांच शुरू की गई थी I ईडी की, सीबीआई की और इनकम टैक्स की जांच के चलते बड़ी-बड़ी कंपनियों ने करोड़ों रुपए इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में भारतीय जनता पार्टी को चंदे के रूप में दिए I

कुछ कंपनियों का उदाहरण देते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया, कि फ्यूचर गेमिंग ने भारतीय जनता पार्टी को 152 करोड रुपए इलेक्ट्रॉन बांड के रूप में दिए, मेगा कंस्ट्रक्शन ने 454 करोड रुपए इलेक्टोरल बांड के रूप में भारतीय जनता पार्टी को दिए। उन्होंने कहा ऐसी अन्य कई और कंपनियां है जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में करोड़ों रुपए चंदा दिया और यह तब हुआ जब इन कंपनियों पर केंद्र शासित एजेंसियों द्वारा छापे डाले गए और जांच शुरू की गई I उन्होंने कहा कि इस सब मामले में सबसे आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है, कि इस तथाकथित शराब घोटाले के मामले में जो मुख्य आरोपी पी शरद चंद्र रेड्डी है, उनकी कंपनी भी ने भी भारतीय जनता पार्टी को कई करोड़ रुपए इलेक्टरल बॉन्ड के रूप में चंदा दिया I उन्होंने कहा कि इसमें देखने योग्य बात यह है, कि इनके द्वारा दिए गए चंदे की टाइमलाइन अगर देखी जाए तो नवंबर 2021 में एक्साइज पॉलिसी बनी, जनवरी 2022 में अरबिंदो फार्मा ने भारतीय जनता पार्टी को तीन करोड रुपए के इलेक्टोरल बांड दिए, उसके बाद जुलाई में अरबिंदो फार्मा ने डेढ़ करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड भारतीय जनता पार्टी को दिए, जुलाई 2022 में यह पॉलिसी वापस ले ली गई I उन्होंने कहा की पॉलिसी वापस होने के बाद नवंबर 2022 में पी शरद चंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया गया I गिरफ्तारी के बाद पी शरद चंद्र रेड्डी की कंपनी ने 5 करोड रुपए के इलेक्टोरल बांड खरीदे और भारतीय जनता पार्टी को चंदे के रूप में दिए इसके बाद 8 मई 2023 को पी शारद चंद्र रेड्डी को जमानत मिल गई I 2 जून 2023 को पी शरद चंद्र रेड्डी अप्रूवर बन गए और और 8 नवंबर 2023 में इनकी कंपनीयों ने लगभग 50 करोड रुपए भारतीय जनता पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में चंदा दिया, इसमें 25 करोड रुपए अरविंदो फार्मा ने और बाकी के 25 करोड़ यूगिया फार्मा स्पेशलिटी तथा एपीएल हेल्थ केयर ने दिया I

सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि हम पहले भी इन मुद्दों को उठा चुके हैं और आज हम एक बार फिर से इस बात को कह रहे हैं, कि जब खुल्लम खुल्ला इस प्रकार से शराब घोटाले मामले के आरोपी इस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में चंदा दे रहे हैं और फिर वह चंदा देने के बाद सरकारी गवाह बन जा रहे हैं, तो इसकी जांच भाजपा शासित केंद्र सरकार कब करवाएगी?

Print Friendly, PDF & Email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *