शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर खरगे का मोदी पर निशाना- इससे महाराष्ट्र और देश का अपमान हुआ

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*मोदी और आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहते हैं- खरगे

*राहुल बोले- शिवाजी महाराज की मूर्ति भ्रष्टाचार और गलत व्यक्ति को कॉन्ट्रैक्ट देने के कारण गिरी

*मोदी को सिर्फ शिवाजी महाराज से ही नहीं, महाराष्ट्र के हर व्यक्ति से माफी मांगनी चाहिए

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को महाराष्ट्र के सांगली में विशाल जनसभा को संबोधित किया और सत्ताधारी गठबंधन महायुति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। इससे पहले दोनों नेताओं ने कांग्रेस के दिवंगत नेता डॉ. पतंगराव कदम की मूर्ति का लोकार्पण किया और उनकी याद में बना संग्रहालय जनता को समर्पित किया।

अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि डॉ. पतंगराव कदम शून्य से शिखर तक पहुंचे। उनका जीवन एक साधारण शिक्षक की सफलता की कहानी है। वे लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। एक गरीब किसान परिवार में पैदा होकर अपनी मेहनत और विजन के बूते उन्होंने शिक्षण के क्षेत्र में शानदार काम किए हैं।

खरगे ने कहा आरएसएस शिक्षा के क्षेत्र में अपना हाथ फैला रही है। वो पाठ्यक्रम बदल रही है और संविधान को भी हटाना चाहती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर जी के बनाए हुए संविधान को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस संविधान को हटाने नहीं देगी, संविधान बचाने के लिए मजबूती से लड़ेगी। उन्होंने कहा कि आज संविधान का विरोध करने वालों के हाथ में सत्ता चली गई है। नरेंद्र मोदी विपक्ष की सरकारों को तोड़ने का काम कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन बहुमत के करीब आ गया। अगर गठबंधन को 20 सीटें और अधिक मिलती तो मोदी सरकार केंद्र में नहीं होती।

इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। उन्होंने कहा कि इससे महाराष्ट्र का नाम पूरे देश में बदनाम हुआ। महाराष्ट्र और देश का अपमान हुआ।

लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पतंगराव कदम जी ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस, महाराष्ट्र और देश को दे दिया। कदम जी ने शिक्षा और विकास से जुड़े काम किए, साथ ही पूरी जिंदगी कांग्रेस के साथ खड़े रहे। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में कुछ दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति टूट गई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवाजी महाराज से माफी मांगी। पूरा देश जानना चाहता है कि आखिर प्रधानमंत्री जी ने माफी क्यों मांगी। यह माफी बिना मेरिट के आरएसएस के लोगों को कॉन्ट्रैक्ट देने के लिए, मूर्ति के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के लिए या छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे पूजनीय महापुरुष का अपमान करने के लिए मांगी गई। माफी का कारण कोई भी हो, नरेंद्र मोदी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है। शिवाजी महाराज की मूर्ति भ्रष्टाचार और गलत व्यक्ति को कॉन्ट्रैक्ट देने के कारण गिरी है। प्रधानमंत्री मोदी को सिर्फ शिवाजी महाराज से ही नहीं, महाराष्ट्र के हर व्यक्ति से माफी मांगनी चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सिर्फ दो लोगों की सरकार चलाते हैं। बड़े से बड़ा कॉन्ट्रैक्ट अंबानी और अडानी को मिलता है। मोदी सरकार तीन काले कृषि कानून लाई, किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसान शहीद हुए। दो लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए नोटबंदी और गलत जीएसटी लागू कर के छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया गया। आज युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान खत्म करना चाहती है। भाजपा हर विभाग में अपने लोगों को रखना चाहती है। आज हिंदुस्तान में एक ही तरीके की मेरिट है। सिर्फ आरएसएस के लोगों की मेरिट मानी जाती है। जो लोग आरएसएस के नहीं हैं, उनके लिए कोई जगह नहीं है।

जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की बात की, ताकि पता चले कि देश में किसकी कितनी आबादी है और किसका कितना हक है। पहले भाजपा ने विरोध किया, लेकिन जब कांग्रेस ने दबाव डाला तो आरएसएस ने कहा कि जातिगत जनगणना जरूरी है। कांग्रेस ने संसद में कहा है कि कुछ भी हो जाए हम जातिगत जनगणना जरूर करवाएंगे।

इस दौरान एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

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