टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत कर रहा केजरीवाल सरकार का दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय; प्रख्यात अमेरिकी संस्थान रैंड कॉर्पोरेशन के साथ ऐतिहासिक एमओयू साइन किया

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*उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी की मौजूदगी में एमओयू हुआ साइन

*दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और रैंड कॉरपोरेशन के बीच पार्टनरशिप का लक्ष्य टीचिंग और रिसर्च को बढ़ावा देने के साथ पब्लिक पॉलिसी के मामलों पर चर्चा का मंच तैयार करना

*रैंड कारपोरेशन के साथ पार्टनरशिप से, हमारा उद्देश्य अपने शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक रिसर्च के साथ सशक्त बनाते हुए उन्हें भविष्य के लिए आवश्यक कौशलों से लैस करना- उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी

*पिछले 8 सालों में केजरीवाल सरकार ने स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए, अब हमारा फोकस दिल्ली में विश्वस्तरीय उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करने पर- उच्च शिक्षा आतिशी

*मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विजन,दिल्ली सरकार के उच्च शिक्षा संस्थान न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में बनें सर्वश्रेष्ठ, इस दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा ये पार्टनरशिप- आतिशी

*दिल्ली सरकार के साथ ये पार्टनरशिप दिल्ली में प्रगतिशील एजुकेशनल ईको-सिस्टम को बढ़ावा देगा, जहां देश के भविष्य को आकार देने के लिए शिक्षकों को स्किल्ड बनाया जाएगा-डायरेक्टर, रैंड कॉर्पोरेशन सेंटर, एशिया पैसिफ़िक

*अमेरिकी रैंड कॉर्पोरेशन विश्व के टॉप तीन एजुकेशनल थिंक टैंक में से एक

दिल्ली में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने और शिक्षकों के प्रोफेशनल डेवलपमेंट की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केजरीवाल सरकार के दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय (डीटीयू) ने प्रख्यात अमेरिकी संस्थान, रैंड कॉर्पोरेशन के साथ तीन साल के एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस समझौता ज्ञापन पर उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किया गया। बता दें कि, रैंड कॉर्पोरेशन अमेरिका स्थित एक नॉन-प्रॉफिट, नॉन-लीगल पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक है। रैंड कारपोरेशन द्वारा दिल्ली सरकार के शिक्षक विश्वविद्यालय के साथ हस्ताक्षर किए गए इस एमओयू का उद्देश्य रणनीतिक मुद्दों पर सपोर्ट करना, शिक्षण व अनुसंधान को नए स्तर पर लेकर जाना और प्रमुख पब्लिक पॉलिसी के मुद्दों पर चर्चा के लिए मंच तैयार करना है। उल्लेखनीय है कि रैंड कॉरपोरेशन को विश्व के टॉप तीन एजुकेशन थिंक टैंकों में से एक के रूप में जाना जाता है।

एमओयू अपनी तरह का अनूठा पार्टनरशिप है जो शिक्षक प्रशिक्षण और उनके प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए उच्च गुणवत्ता वाले रिसर्च में रैंड की विशेषज्ञता के साथ-साथ डीटीयू के बुनियादी ढांचे का लाभ उठाएगा। इससे दिल्ली में शिक्षकों की जरूरतों को जानते हुए भविष्य में रिसर्च ऐक्टिविटीज़ के संचालन में भी मदद मिलेगी।

एमओयू के विषय में साझा करते हुए, उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और रैंड कॉरपोरेशन के बीच यह पार्टनरशिप दिल्ली के एजुकेशनल ईको-सिस्टम को और बेहतर बनाने के हमारे प्रयास में एक और महत्वपूर्ण कदम है। रैंड कॉरपोरेशन के सपोर्ट और स्पेशलाइज़ेश के साथ, हमारा लक्ष्य शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक रिसर्च के साथ सशक्त बनाना और उन्हें ज़रूरी कौशलों से लैस करना है। इस दिशा में यह पार्टनरशिप दिल्ली की शिक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।

उन्होंने आगे कहा कि, “पिछले 8 सालों में केजरीवाल सरकार ने स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए। लेकिन हमारा विज़न केवल वर्ल्ड-क्लास स्कूल बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि दिल्ली में वर्ल्ड-क्लास उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करना भी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी का विज़न है कि दिल्ली सरकार के उच्च शिक्षा संस्थान न केवल भारत बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थान बने। इस दिशा में, दिल्ली शिक्षा क्रांति के जनक, मनीष सिसोदिया जी के ब्रेन-चाइल्ड के रूप में दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी दुनिया भर के बेहतरीन संस्थानों के साथ पार्टनरशिप कर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि यह पार्टनरशिप दिल्ली के शिक्षा क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा जो शिक्षा में प्रभावी नीतियों और प्रथाओं के विकास को बढ़ावा देगा।

इस मौक़े पर वरिष्ठ अर्थशास्त्री और सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक पॉलिसी, रैंड कॉरपोरेशन के निदेशक डॉ. रफीक दोसानी ने कहा, “दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और रैंड कॉरपोरेशन के बीच सहयोग दिल्ली में प्रगतिशील एजुकेशनल ईको-सिस्टम को बढ़ावा देगा, जहां देश के भविष्य को आकार देने के लिए शिक्षकों को स्किल्ड बनाया जाएगा।

एमओयू में क्या-क्या शामिल हैं:

-> रणनीतिक मुद्दों के लिए रैंड से समर्थन: इसमें महत्वपूर्ण सार्वजनिक नीति मामलों पर प्रशिक्षण और टीचिंग और रिसर्च स्किल्स को बढ़ाना शामिल है।

-> संयुक्त वार्षिक रिपोर्ट: इसमें दोनों पक्ष एक सहयोगात्मक वार्षिक रिपोर्ट तैयार करेंगे जिसमें पूरे वर्ष आयोजित रिसर्च ऐक्टिविटीज़ का विवरण शामिल होगा।

इस समझौता ज्ञापन के तहत दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी और रैंड कॉरपोरेशन के बीच यह पार्टनरशिप नॉन-लीगल और नॉन-प्रॉफिट है।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका स्थित रैंड कॉर्पोरेशन एक प्रतिष्ठित नॉन-प्रॉफिट संस्थान है जो व्यापक अनुसंधान और विश्लेषण के माध्यम से नीति और निर्णय लेने को बढ़ाने के लिए समर्पित है। शिक्षा के क्षेत्र में रैंड कारपोरेशन की विशेषज्ञता अर्ली चाइल्डहुड, K-12 स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, असेसमेंट, स्कूल सुधार, टीचर इफेक्टिवनेस, टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन सहित एक विस्तृत श्रृंखला तक फैली हुई है। इस संगठन को लगातार दुनिया भर में शीर्ष तीन शिक्षा थिंक टैंकों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है, जो शिक्षा अनुसंधान में उनके असाधारण योगदान का प्रमाण है, जैसा कि 2020 ग्लोबल गो टू थिंक टैंक इंडेक्स रिपोर्ट रैंकिंग में स्वीकार किया गया है।

एमओयू पर डीटीयू के उपकुलपति प्रो. धनंजय जोशी और वरिष्ठ अर्थशास्त्री और सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक पॉलिसी, रैंड कॉर्पोरेशन के निदेशक डॉ. रफीक दोसानी ने उच्च शिक्षा मंत्री, आतिशी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इस मौक़े पर प्रधान शिक्षा सलाहकार शैलेन्द्र शर्मा, निदेशक एससीईआरटी, रीता शर्मा, कण्ट्रोलर और एग्जामिनेशन, डीटीयू, मुकेश यादव, डिप्टी रजिस्ट्रार,मुकेश त्यागी; ओएसडी, जीएनसीटीडी बी.पी. पांडे, और असिस्टेंट रजिस्ट्रार, डीटीयू संतोष पटेल शामिल रहे।

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