- आरआरटीएस प्रोजेक्ट के निर्माण स्थल पर धूल प्रदूषण से संबंधित कई अनियमितताएं पाई गईं- गोपाल राय
- कारण बाताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर 50 हज़ार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा- गोपाल राय
- कंस्ट्रक्शन साइटों पर निर्माण संबंधी जारी 14 दिशा निर्देशों को लागू करना जरूरी है, उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी – गोपाल राय
-निर्माण साइट्स के लगातार निरीक्षण के लिए विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं- गोपाल राय
दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए एंटी डस्ट अभियान के तहत सोमवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सराय काले खान स्थित आरआरटीएस प्रोजेक्ट स्थल का औचक निरीक्षण किया। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि निरीक्षण के दौरान निर्माण स्थल पर धूल प्रदूषण से सम्बंधित भारी अनियमितताएं पायी गईं। डीपीसीसी को नोटिस जारी करने का निर्देश दिए गए। दिल्ली में प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार सक्रीय रूप से काम कर रही है। गोपाल राय ने कहा कि कंस्ट्रक्शन साइटों पर निर्माण संबंधी 14 नियमों को लागू करना जरूरी है। इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जायेगी।
निरीक्षण के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि निर्माण साइट पर पर्यावरण के नियमों का सही से पालन नहीं किया जा रहा है। एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है और न ही निर्माण साइट को चारों तरफ से कवर किया गया है और धूल भी चारो तरफ उड़ रही है। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने मास्क भी नहीं लगा रखा है। डस्ट नियंत्रण नियम के उल्लंघन के कारण डीपीसीसी को एजेंसी एफकॉन्स को नोटिस जारी करने का निर्देश दिए गए। नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर 50 हज़ार जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सभी कंस्ट्रक्शन साइटों पर निर्माण संबंधी 14 नियमों को पालन करना जरूरी है। नियमों को पालन नहीं करने पर टीमें सख्त कार्रवाई करेगी। इसके लिए विभागों को निर्माण साइट्स की लगातार निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए है। मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत पहले फेज में 7 नवंबर तक एंटी डस्ट अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में 13 विभागों जैसे; डीडीए, एमसीडी, डीपीसीसी, जल बोर्ड, डीएसआईआईडीसी, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, सीपीडब्ल्यूडी, एनडीएमसी समेत अन्य विभागों की 591 टीमें तैनात हैं।
मंत्री गोपाल राय ने कहा कि डस्ट प्रदूषण को रोकने के लिए 82 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीनों, 530 वॉटर स्प्रिंकलर और 258 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन की पूरी दिल्ली में तैनात की गयी है।