- हमारा लक्ष्य दिल्ली को विश्व का सबसे सुन्दर व स्वच्छ शहर बनाना है, 100 प्रतिशत कूड़े का निष्पादन किया जाएगा- डॉ शैली ओबरॉय
- दिल्ली की तीनों लैड़फिल साइट पर बने कूड़े के पहाड़ों को 2024 तक खत्म किया जायेगा- डॉ शैली ओबरॉय
- दिल्ली नगर निगम ने 12 जोन में 353 कॉलोनियों को जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित किया- डॉ शैली ओबरॉय
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर में आयोजित ‘एशिया पैसेफिक सिटीज समिट’ में केजरीवाल मॉडल को पेश किया है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य, शिक्षा मॉडल को निगम में लागू किया गया है। केजरीवाल मॉडल से जुड़ी कार्यपद्धतियों, घरेलू अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता से संबंधित प्रबंधन को पेश किया। डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली को दुनिया का सबसे साफ शहर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। एमसीडी 12 जोन में साफ-सफाई, स्वच्छता, प्राथमिक स्वास्थ्य, प्राथमिक शिक्षा और नगर नियोजन संबंधित सेवाएं दिल्ली के लगभग 2 करोड़ नागरिकों को उपलब्ध कराता है।
दिल्ली की मेयर ने बताया कि दिल्ली नगर निगम दिल्ली को दुनिया का सबसे स्वच्छ और सुन्दर शहर बनाने के लिये अथक प्रयास कर रहा है। हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली में 100 प्रतिशत कूड़े का निष्पादन(प्रोसेस) किया जा सके। दिल्ली के 250 वार्ड़ से रोज 11 हजार टन प्रतिदिन कूड़ा निकालता है जिसे विभिन्न वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में निस्तारण के लिए भेजा जाता है। दिल्ली को स्वच्छ बनाने के लिये 2446 ऑटो टिपर, 52 रोड स्विपिंग मशीनें, 4076 व्हील बैरो व अन्य वाहनों व मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। दिल्ली के 12 जोन में 572 ढ़लाव घर व 290 एफसीटीएस है। लगातार ढ़लाव घरों को बन्द कर उनकी जगह मिल्क बूथ, लाईब्रेरी, रीडिंग रूम आदि बनाए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम विभिन्न तकनीकों के माध्यम से कूड़े को प्रोसेस करने का काम कर रहा है। ओखला, गाजीपुर, तेहखंड़ में 3 वेस्ट टू एनर्जी प्लांट, 20 कंपोस्टर, 211 कम्पोस्ट पीट, व अन्य माध्यमों के द्वारा कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। दिल्ली नगर निगम का लक्ष्य दिल्ली से निकलने वाले कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करना और पर्यावरणीय प्रदूषण को जीरो करना है। दिल्ली नगर निगम दिल्ली की तीनों लैंडफिल साइटों पर जमा लेगेसी कचरे के निस्तारण के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। निगम इस दिशा में लगातार कार्य कर रहा है।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि दिल्ली नगर निगम ने तीनों लैंडफिल साइटों पर जमा लेगेसी कचरे के निस्तारण के लिए ट्रॉमल मशीन स्थापित की हैं। दिल्ली नगर निगम ने बड़ी मात्रा में लेगेसी कचरे का निस्तारण किया है, जिसके फलस्वरूप लैंडफिल साइट पर कचरे के ढेर की ऊंचाई प्रभावी रूप से कम कर दी गई है। निगम द्वारा लेगेसी कचरे के निस्तारण, प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले कचरे के निस्तारण किया जा रहा है। निगम मार्च 2024 तक लैंडफिल साइटों को दिल्ली के मानचित्र से हटाने को लेकर प्रयत्नशील है।
353 कॉलोनियों को जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित किया
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन 6 हजार टन सीएंडडी वेस्ट उत्पन्न होता है। जिसके निस्तारण हेतु दिल्ली नगर निगम ने बक्करवाला, बुराड़ी, रानीखेड़ा और शास्त्री पार्क में 4 सीएंडडी पार्क स्थापित किए हैं। इसके अतिरिक्त दिल्ली नगर निगम ने 12 जोन में 353 कॉलोनियों को जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित किया है। जहां 100 प्रतिशत कूड़े पृथक्करण किया जा रहा है। साथ ही कम्पोस्टिंग भी की जाती है। प्लास्टिक वेस्ट से निपटने के लिये भी दिल्ली नगर ने 100 दिन तक एक विशेष अभियान चलाया जिसके तहत लगभग 14 हजार किलो प्लास्टिक को जब्त किया गया। इसके अतिरिक्त 34 बोतल क्रैशर मशीन भी विभिन्न बाजारों में स्थापित की गयी।
तीन विश्वस्तरीय पार्क विकसित किए
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि दिल्ली नगर निगम ने वेस्ट टू वेल्थ की अद्भूत अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए 3 शानदार पार्क- भारत दर्शन पार्क, वेस्ट टू वंडर पार्क, शहीदी पार्क विकसित किये है। इन पार्कों में कबाड़ व कूड़े से दुनिया एवं भारत की ऐतिहासिक स्मारकों की प्रतिकृतियां बनायी गयी है। निगम भविष्य में वेस्ट टू वेल्थ पर आधारित 3 और पार्क बनाने की योजना बना रहा है। दिल्ली नगर निगम राजधानी दिल्ली के नागरिकों को एक स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध है।