-दिल्ली की जनता का जनादेश अरविंद केजरीवाल के लिए है- सौरभ भारद्वाज
- संविधान में कोई ऐसा प्रावधान नहीं है कि मुख्यमंत्री को ट्रायल के बहाने जेल में रखा जाए तो वो इस्तीफ़ा दें- सौरभ भारद्वाज
- सीएम केजरीवाल जेल में ही कैबिनेट और अफसरों की मीटिंग कर फैसले लेंगे और हमारे विधायक और सरकार उसे जमीन पर कार्यांवित करेंगे- सौरभ भारद्वाज
- अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी को देखकर साफ है कि मोदी जी और भाजपा को सिर्फ केजरीवाल से डर लगता है- सौरभ भारद्वाज
- भाजपा ये जान चुकी है कि अरविंद केजरीवाल को चुनाव लड़कर नहीं, षड़यंत्र के तहत ही सत्ता से हटाया जा सकता है- सौरभ भारद्वाज
- आज दिल्ली में सबकी ज़ुबान पर बस एक बात है कि मोदी सरकार ने अब आम आदमी पार्टी के साथ अति कर दी है- आतिशी
- किसी झूठे षड़यंत्र से हम दिल्ली की जनता का भरोसा टूटने नहीं देंगे, सीएम केजरीवाल जेल से ही जनता की सेवा करते रहेंगे- आतिशी
- अरविंद केजरीवाल दिल्ली के पार्षदों, पंजाब के सीएम व विधायकों समेत देशभर के ‘‘आप’’ संगठन के साथ चर्चा करेंगे- आतिशी
- ईडी के समन और भाजपा कि तरफ से सीएम की गिरफ़्तार के दावों के बीच अरविंद केजरीवाल की विधायकों के साथ अहम बैठक
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पार्टी विधायक दल की बैठक की। ईडी के समन और उनकी गिरफ्तारी को लेकर हो रहे दावे के बीच यह अहम बैठक दिल्ली विधानसभा में हुई। मीडिया से जानकारी साझा करते हुए कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बैठक में सभी विधायकों ने अपनी बात रखी। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सीएम अरविंद केजरीवाल अगर गिरफ्तार होते हैं तो वो जेल से ही दिल्ली सरकार चलाएंगे, क्योकि दिल्ली की जनता ने उनको ही जनादेश दिया है। संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि मुख्यमंत्री को ट्रायल के बहाने जेल में रखा जाए तो उनको इस्तीफा देना पड़ेगा। मोदी जी और भाजपा को सिर्फ अरविंद केजरीवाल से डर लगता है। भाजपा अब ये जान चुकी है कि अरविंद केजरीवाल को चुनाव लड़कर नहीं सत्ता से हटा सकते, उनको षड़यंत्र करके ही सत्ता से हटाया जा सकता है। वहीं, वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि दिल्ली के अंदर हर किसी के जुबान पर बस एक बात है कि मोदी सरकार ने अब आम आदमी पार्टी के साथ अति कर दी है।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा को अगर किसी पार्टी से समस्या है तो सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी से है। अब तक जितने मुकदमें आम आदमी पार्टी के विधायकों-मंत्रियों पर हुए और जिस तरह से अब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी है, इससे साफ है कि अगर प्रधानमंत्री और भाजपा को किसी से सत्ता का डर है तो वो अरविंद केजरीवाल से है। वो चाहते हैं कि किसी तरह से दिल्ली की सत्ता से अरविंद केजरीवाल को हटाया जाए। भाजपा चुनाव लड़कर देख ली। दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी से भाजपा तीन-तीन चुनाव हार चुकी है। साथ ही, एमसीडी भी हार चुकी है।
उन्होंने कहा कि अब ये बात जान चुके हैं कि अगर अरविंद केजरीवाल को सत्ता से हटाना है तो भाजपा चुनाव लड़कर नहीं हटा सकती है। अरविंद केजरीवाल को साजिश करके ही सत्ता से हटाया जा सकता है। आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों ने एक बात कही कि अक्सर अरविंद केजरीवाल के उपर अलग-अलग तरीके से दबाव बनाया जाता है। अब अगर अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया तो दिल्ली की सत्ता कैसे चलेगी? अब तो अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। सभी विधायकों हाथ जोड़कर अरविंद केजरीवाल से कहा है कि भाजपा और प्रधानमंत्री तो चाहते हैं कि आप इस्तीफा दो और आपकी सत्ता छीन ली जाए। लेकिन कुछ भी हो जाए, चाहे जमीन से चले, चाहे आसमान से चले, चाहे जेल से चले, चाहे पुलिस कस्टडी से चले या फिर न्यायिक कस्टडी से चले, अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली की सरकार चलाएंगे, क्योंकि जनादेश अरविंद केजरीवाल का है। हम लोगों ने गली-गली जाकर अरविंद केजरीवाल के लिए वोट मांगा है। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनें और सरकार चलाएं, दिल्ली की जनता ने यह आशीर्वाद केवल अरविंद केजरीवाल को दिया है। इस जनादेश के साथ खिलवाड़ करने या धोखा देने का हक किसी को भी नहीं है।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मेरी संविधान विशेषज्ञों समेत कई लोगों से बात हुई है। आज तक के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है कि एक सीटिंग मुख्यमंत्री को ट्रायल के बहाने जेल में डाल दिया गया हो। दोष सिद्धि होना एक अलग बात है। कानून और संविधान के अंदर ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि दिल्ली या किसी भी राज्य की जनता का जो वोट करने और अपनी सरकार चुनने का मौलिक अधिकार है, इसको चुनौती दे सकें। यह अधिकार जनता का है। संविधानs के किसी भी धारा में कोई ऐसा अंकुश नहीं है कि मुख्यमंत्री को ट्रायल के बहाने जेल में रखा जाए तो उनको इस्तीफा देना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि हम सब विधायकों ने सीएम अरविंद केजरीवाल से करबद्ध निवेदन किया है कि जैसे भी हो, अवसर आएंगे, हम कैबिनेट के साथी हैं, अरविंद केजरीवाल जब भी बुलाएंगे, हम लोग जेल में मिलने जाएंगे। मुझे लगता है कि आज जैसा माहौल है, हम लोग सच में बहुत जल्द जाएंगे। जिस तरह की तैयारियां प्रधानमंत्री कर रहे हैं, बाकी कैबिनेट मंत्री भी मुख्यमंत्री के साथ जेल में जाएंगे। जेल में ही कैबिनेट की मीटिंग करेंगे और फैसला करेंगे। मुख्यमंत्री को जब जरूरत होगी, तब अफसरों को जेल में बुलाएंगे। हमारे विधायक जो बाहर रह जाएंगे, वो लोग उस फैसले को कार्यांवित कराएंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लोगों के लोगों के काम रूकने नहीं देंगे।
उधर, वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि ‘‘आप’’ विधायक दल ने अरविंद केजरीवाल को बताया कि आज दिल्ली में सबकी ज़ुबान पर बस एक चीज़ है कि मोदी सरकार ने अब आम आदमी पार्टी के साथ अति कर दी है। सभी ये कह रहे हैं कि बार-बार अगर केस होता है, गिरफ़्तारी हो रही है तो आम आदमी पार्टी वालों की होती है। पहले विधायकों को, फिर मंत्रियों को गिरफ़्तार करने लगे, सांसदों को गिरफ़्तार करने लगे और अब भाजपा के नेता सीएम अरविंद केजरीवाल को भी जेल जाने की धमकियां दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता देख रही है कि वो एक आदमी जो दिन-रात लोगों के लिए काम करता है, उसके साथ अतिवाद हो रहा है। आज सभी विधायकों ने एक स्वर में कहा कि चाहे मोदी सरकार षड्यंत्र रच के अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ में डाल दे, तब भी हमारा आग्रह है कि वो इस्तीफ़ा न दें। क्योंकि लोगों ने वोट किसी विधायक या पार्टी को नहीं दिया है, बल्कि अरविंद केजरीवाल को दिया है। इसलिए किसी झूठे षड्यंत्र से हम दिल्ली की जनता का भरोसा नहीं टूटने देंगे। चाहे कितने दिन भी मोदी सरकार अरविंद केजरीवाल को जेल में रखने की कोशिश करें, पर दिल्ली के लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री चुना है और वो जेल से ही दिल्ली के लोगों की सेवा करेंगे।
आतिशी ने कहा कि हम कोर्ट भी जाएंगे और अनुमति मांगेंगे कि कैबिनेट की मीटिंग जेल से हो सके। ज़रूरत पड़ी, तो सारे अफ़सर वहां जाएंगे, फाइल ले जाने की अनुमति कोर्ट से लेंगे। अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सरकार जेल से चलाएंगे और जेल से भी दिल्ली की जनता का काम रुकने नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि विधायकों के बाद अब वो दिल्ली में आम आदमी पार्टी के पार्षदों, पंजाब के मुख्यमंत्री व विधायकों समेत देशभर में आम आदमी पार्टी के संगठन से चर्चा करेंगे और दिल्ली के विधायकों ने जो प्रस्ताव दिया उस पर विचार करेंगे।