दिल्ली विश्वविद्यालय के भारती कॉलेज ने समर्थ भारत (कौशल युवा, सशक्त
भारत) के साथ मिलकर आयोजित कौशल विकास कार्यक्रम की सफलता के
उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह का योजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य फोकस
बेकरी और नेल आर्ट पर था, जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को व्यावहारिक
कौशल और उद्यमिता की जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही मोती बनाने
की प्रक्रिया, सेरी कल्चर,डीएनए बारकोडिंग (आयुर्वेदा) आदि भी जोड़े गए हैं।
इस अवसर पर भारत भूषण जी (संस्थापक, समर्थ भारत ट्रस्टी), मनोज कुमार
(अध्यक्ष, खादी और ग्रामोद्योग आयोग), रमेश अग्रवाल, संस्थापक एवं संचालक,
अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स, प्रेसिडेंट, सेवा भारती, नई दिल्ली, प्रो. पायल मागो
(निदेशक, एसओएल, दिल्ली विश्वविद्यालय) और प्रो. कविता शर्मा (अध्यक्ष,
भारती कॉलेज) सम्माननीय अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे।
इस आयोजन में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रमुख कॉलेजों के प्राचार्यों, प्रो. दिनेश
खट्टर (किरोरीमल कॉलेज), प्रो. संजीव तिवारी (महाराजा अग्रसेन कॉलेज), प्रो.
नरेंद्र सिंह (जाकिर हुसैन कॉलेज), प्रो. वीरेंद्र भारद्वाज (शिवाजी कॉलेज) और
प्रो. विपिन अग्रवाल (औरोबिंदो कॉलेज), ने भी भाग लिया और इस पहल को
सराहा। कार्यक्रम की विशेषता एक वीडियो का प्रदर्शन था, जिसमें कार्यक्रम की
मुख्य बातें और विद्यार्थियों की सफलता की कहानियां दिखाई गईं। इसके बाद
मनोज कुमार, प्रो. कविता शर्मा और प्रो. पायल मागो ने महत्वपूर्ण भाषण दिए।
उन्होंने आज के नौकरी बाजार में कौशल विकास की अहमियत पर जोर दिया
और भारती कॉलेज के प्रयासों की सराहना की।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया और
विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए। भारत भूषण ने अपने प्रेरणादायक
भाषण में दृढ़निश्चय व बड़े लक्ष्य को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यदि
आप नौकरी देने वाले बन सकते हैं तो, नौकरी मांगने वाले बनने की आवश्कता
नहीं। उन्होंने स्वविकास के साथ साथ राष्ट्र विकास की बात कही। समारोह के
समापन पर कॉलेज की कौशल विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दिखाने के लिए
खेल मैदान में एक ड्रोन प्रशिक्षण प्रदर्शन भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम में
78 प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें भारती कॉलेज के अलावा 7 अन्य कॉलेजों के
छात्र और 3 गृहिणियां भी शामिल थीं।